रोशनी यादव के इस्तीफे से बुंदेलखंड इलाके में बीजेपी को लगा झटका
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 22 अगस्त। बुंदेलखंड इलाके में भारतीय जनता पार्टी के लिए सुनहरा भविष्य मानी जा रही रोशनी यादव ने चुनाव के पहले पार्टी को अलविदा कहकर बड़ा सियासी दांव चला है। मध्यप्रदेश के राज्यपाल रहे रामनरेश यादव की बहू रोशनी ने पार्टी छोड़ते हुए जो चिट्ठी लिखी है, वह विधानसभा चुनाव में पार्टी के सामने चुनौती बन सकती है। रोशनी अब कांग्रेस का हाथ थाम सकती हैं।
रोशनी यादव को राजनीति विरासत में मिली है। वे यूपी के पूर्व सीएम और एमपी के पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव की बहू हैं। वे फिलहाल भाजपा की निवाड़ी जिला उपाध्यक्ष और निवाड़ी जिला पंचायत की सदस्य हैं। रोशनी यादव ने अपना इस्तीफा निवाड़ी बीजेपी के जिला अध्यक्ष को भेजा है। करीब 12 लाइन के पत्र में उन्होंने लिखा है कि बहुत दुखी मन से मैं बीजेपी की सदस्यता त्याग रही हूं। बीजेपी में मिले अनुभव को लेकर मैं आजीवन आभारी रहूंगी। वहीं, कुछ वर्षों से शीर्ष नेतृत्व का कार्यकर्ताओं और आम जनमानस के प्रति निराशा, महिलाओं के प्रति दिखावटी योजना और उनके प्रति बढ़ते अत्याचार को लेकर आहत हूं। बीजेपी की सदस्य होकर जनता से उठ रहे बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महंगाई के सवालों का उत्तर देने में असमर्थ हूं। जनता का प्रदेश और केंद्र सरकार पर विश्वास नहीं है। रोशनी यादव निवाड़ी विधानसभा सीट से टिकट की दावेदार थीं। उनकी उम्मीदें परवान चढ़ती नहीं दिखाई दीं तो उन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया। वे संभवतः 24 अगस्त को कांग्रेस की सदस्यता ले सकती हैं। उन्होंने अपने इस्तीफे में कई आरोप लगाए हैं। वे लिखती हैं कुछ वर्षों से शीर्ष नेतृत्व का कार्यकर्ताओं और आम जनमानस के प्रति निराशा, महिलाओं के प्रति दिखावटी योजना और उनके प्रति बढ़ते अत्याचार को लेकर आहत हूं। बीजेपी की सदस्य होकर जनता से उठ रहे बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महंगाई के सवालों का उत्तर देने में असमर्थ हूं। जनता का प्रदेश और केंद्र सरकार पर विश्वास नहीं है। उन्होंने इस्तीफा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।